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अब दुश्मनों की खैर नहीं ! भारतीय सेना में जल्द शामिल होंगे Robo-dogs, जानिए विरोधियों के लिए कैसे उड़ाएंगे छक्के…

Robo-dogs: भारत के दुश्मनों के लिए बुरी खबर है. भारतीय सेना में जल्द ही कुत्तों की शक्ल में Robo-dogs शामिल किए जाएंगे, जो जरूरत पड़ने पर गोली भी चला सकते हैं. सेना रोबो डॉग्स के पहले बैच को शामिल करने के लिए पूरी तरह तैयार है. इस डॉग्स को निगरानी के लिए और हल्का भार ढोने के लिए तैनात किया जाएगा. सूत्रों के अनुसार, पिछले साल सितंबर में सेना ने 100 रोबो डॉग्स के लिए ऑर्डर दिया था और अब पता चला है कि 25 ऐसे MULES का प्री-डिस्पैच निरीक्षण पूरा हो चुका है. इन्हें जल्द ही सेना में शामिल किए जाने की संभावना है.

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बता दें कि इन ‘रोबोटिक डॉग्स’ में थर्मल कैमरे और अन्य सेंसर लगे हैं, जो आसानी से बॉर्डर पर निगरानी कर सकते हैं. इन डॉग्स को रिमोट से कंट्रोल कंट्रोल किया जा सकता है और उबड़-खाबड़ रास्ते पर चलने के साथ ही पहाड़ पर भी चढ़ाई कर सकते हैं. इसके साथ ही ये रोबो डॉग्स छोटे हथियारों से लैस होंगे और जरूरत पड़ने पर दुश्मन हमले भी कर सकते हैं.

क्या है इनकी खासियत

4 टांगों वाले रोबोटिक MULES यानी मल्टी-यूटिलिटी लेग्ड इक्विपमेंट का वजन 51 किलोग्राम है और इनकी लंबाई 27 इंच है.

रोबो डॉग में थर्मल कैमरे और अन्य सेंसर लगे हैं, जिससे यह आसानी से दुश्मन की सटीक लोकेशन का पता लगा सकता हैं. ये दिन के अलावा रात के अंधेरे में भी काम कर सकते हैं.

रोबो डॉग्स छोटे हथियारों से लैस हैं. दुश्मन का पता लगाने के साथ ही ये रोबो डॉग्स फायरिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर दुश्मन पर हमला कर और मार सकते हैं.

रोबो डॉग्स उबड़-खाबड़ रास्ते पर चलने के साथ ही पहाड़ पर भी चढ़ाई कर सकते हैं. इस वजह से इनका इस्तेमाल सीमा छोटे-मोटे सामान पहुंचाने के लिए भी किया जा सकता है. रोबो डॉग्स की क्षमता 18 सेमी ऊंची सीढ़ियों और 45 डिग्री वाले पहाड़ी पर भी चढाई करने की है.

रोबो डॉग्स में काफी पावरफुल बैटरी है, जिसे रिचार्ज किया जा सकता है. एक चार्ज में करीब 10 घंटे काम कर सकते हैं.

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