
Modi 3.0 सरकार तो बन गई है. लेकिन लोकसभा अध्यक्ष को लेकर पेंच अब भी फंस रहा है. भाजपा की स्थिति ‘आसमान से गिरे खजूर में अटके’ जैसी हो गई है. जेडीयू और टीडीपी ने भाजपा से स्पीकर बनाने को लेकर अपनी सहमति दे दी है. अब जैसे तैसे सहमति तो मिल गई, लेकिन अब बीजेपी फिर एक बार फंसती दिख रही है. अब पार्टी के सामने समस्या है कि लोकसभा अध्यक्ष पद पर किसे बैठाया जाए.

जेडीयू के बाद टीडीपी का समर्थन मिलने से भाजपा की नए अध्यक्ष की तलाश तेज हो गई है. फिलहाल भाजपा के पास चार चेहरे मौजूद हैं जो उनके हिसाब से स्पीकर पद के लिए फिट बैठ रहे हैं. इनमें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला. 6 बार के भाजपा सांसद भृतहरि महताब और राधामोहन सिंह, तीन बार की सांसद डी. पुरंदेश्वरी का नाम शामिल है.
आम सहमति बनाने की कोशिश
बता दें कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होना है. इस विशेष सत्र में लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के साथ नए संसद सदस्यों का शपथ ग्रहण भी होना है. 26 जून को अध्यक्ष पद के लिए चुनाव संभावित है. एनडीए के सहयोगी दलों से बातचीत के बाद अब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह विपक्ष से चर्चा कर आम सहमति बनाने का प्रयास करेंगे. भाजपा को उम्मीद है कि अब तक की परंपराओं के अनुसार विपक्ष अध्यक्ष पद के मामले में उनका समर्थन करेगा. हालांकि विपक्ष भी अपना उम्मीदवार खड़ा करने की जुगत में लगा हुआ है.