
राजस्थान. कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा अपने ही बयान में फंसते नजर आ रहे हैं. उनके बयान को लेकर विपक्ष लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहा है. वहीं अब मंत्री भी अपने बयान पर कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं और सवालों को टाल रहे हैं.

इस्तीफे की मांग के बीच रविवार को उन्होंने कहा था कि वह राजस्थान के कृषि मंत्री हैं और प्रदेश को कृषि क्षेत्र में आगे ले जाने की वह पूरी कोशिश करेंगे. बता दें कि 4 जून के बाद से किरोड़ी लाल मीणा विभाग जाना छोड़ चुके हैं. उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी भी छोड़ दी है. जब उनसे इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने उन्होंने कहा, “मौनं स्वीकृति लक्षणम्”. यानी मौन रहना यानी स्वीकार करना.
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दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि दौसा से कन्हैया लाल मीणा के हारने पर वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. जब 4 जून को रिजल्ट आया और कन्हैयालाल हार गए तो कांग्रेस किरोड़ी लाल मीणा के इस्तीफे की मांग होने लगी. अब वे अपने ही बयान में फंस गए हैं.