Loksabha Election 2024: देश में लोकसभा चुनाव के लिए 5 चरणों का मतदान किया जा चुका है. इस बीच चुनाव आयोग को लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया है. ADR ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई है. याचिका में कहा गया है कि चार चरणों के चुनाव के बाद लगातार मतदान प्रतिशत के आंकड़ें बढ़ते गए और क़रीब 1 करोड़ 7 लाख वोट का अंतर है. जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से जवाब मांगा है. वहीं कांग्रेस भी इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग को सवालों के कटघरे में खड़ा कर रही है.
कांग्रेस पार्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) पर पोस्ट करते हुए कहा, देश में पिछले चार चरण के मतदान प्रतिशत के आंकड़ों को लेकर मतदाताओं के मन में कई सवाल और संदेह है. पहले तो चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत के आंकड़ों को सार्वजनिक करने में देरी करता है. फिर उन आंकड़ों में और मतदान की शाम के आंकड़ों में 1 करोड़ 7 लाख मतों का अंतर आ जाता है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. चुनाव आयोग को इन सवालों का जवाब देना चाहिए. चुनाव आयोग पर सवाल उठने इसलिए भी स्वाभाविक हैं, क्योंकि चुनाव आयोग लाखों EVM मशीनों के लापता होने पर भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं देता है.
एक दूसरा पोस्ट करते हुए कांग्रेस ने कहा, देश में वोटिंग के बाद मतदान प्रतिशत के बढ़ने का मामला गंभीर है. चार चरणों के चुनाव के बाद लगातार मतदान प्रतिशत के आंकड़ें बढ़ते गए और क़रीब 1 करोड़ वोट बढ़ गए। ये बात लोगों के मन में संशय पैदा करती है और निष्पक्ष चुनाव प्रणाली पर सवाल खड़े करती है. ADR ने भी इस मामले को उठाया है, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग से जवाब मांगते हुए कहा है कि- ऐसा कैसे संभव है? चुनाव आयोग को इस मामले पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. हम बार-बार कह रहे हैं कि ये चुनाव देश में लोकतंत्र और संविधान बचाने का चुनाव है और हम इसे बचाने के लिए लड़ते रहेंगे.
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