
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले एक सर्वे ने भाजपा की टेंशन बढ़ा दी है. इस चुनाव में भाजपा को उम्मीद थी कि राम मंदिर के मुद्दे पर लोग वोट करेंगे. लेकिन सीडीएस लोकनीति प्री पोल सर्वे में सामने आय़ा है, उससे भाजपा और मोदी-शाह की टेंशन बढ़ने वाली है.
बता दें कि, सर्वे में सामने आया है कि इस बार वोटर बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार और बिगड़ती आर्थिक स्थिति को लेकर मतदान कर सकते हैं. अर्थव्यवस्था में हो रहे बदलाव का असर सबसे ज्यादा गरीब और मध्यवर्ग पर है. सर्वे में दो तिहाई से ज्यादा लोगों का मानना है कि पहले की तुलना में अब नौकरी हासिल करना मुश्किल हो गया है. शहरी पुरुषों में इसकी संख्या ज्यादा है. तीन चौथाई लोग बेरोजगारी के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार मानते हैं.

सर्वे में 2 तिहाई लोगों का मानना है कि पिछले 5 साल में महंगाई बढ़ी है. ग्रामीण इलाकों के गरीब लोग इससे ज्यादा प्रभावित हैं, जबकि शहर के मध्यम वर्ग और संपन्न वर्ग में इसका ज्यादा असर नहीं है. अधिकतर लोग महंगाई बढ़ने के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार मानते हैं. 2019 की तुलना में ज्यादा लोग मानते हैं कि अब वह अपना खर्च निकालने के बाद बचत कर पाते हैं, लेकिन 50 फीसदी गरीब मानते हैं कि उन्हें अपना घर चलाने में परेशानी हो रही है. वहीं, मध्यम वर्ग या संपन्न वर्ग में ऐसे लोगों की संख्या कम है. 50 फीसदी लोग मानते हैं कि बेरोजगारी और महंगाई आगामी चुनाव में सबसे अहम मुद्दे होंगे. 2019 में छह में से सिर्फ एक आदमी इन मुद्दों को अहमियत दे रहा था, लेकिन 2024 में स्थिति बदल गई है.