Chhattisgarh

तो तय हो गया..! मंत्री पद के लिए 6 नामों में अजय और लता आगे, रायपुर बिलासपुर पर टिकी निगाहें, इस दिन होगा शपथ ग्रहण

रायुपर. विष्णुदेव साय सरकार में जल्द ही दो मंत्री शामिल होने जा रहें है भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय समीकरण के हिसाब से संतुलन बनाने में लगी है. सरकार में अब तक 6 मंत्री ओबीसी से हैं. दो मंत्री आदिवासी समाज से हैं और एक-एक मंत्री सामान्य और दलित वर्ग से हैं. इसके अलावा फिलहाल दो पद खाली हैं. जानकारी के मुताबिक इन दो पदों के लिए दुर्ग संभाग से अजय चंद्राकर और बस्तर संभाग से लता उसेंडी का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है.

बता दें कि छत्तीसगढ़ में 90 विधानसभा के 15 प्रतिशत के हिसाब से मुख्यमंत्री के अलावा 12 मंत्रियों का कोटा है. इस लहजे से 10 मंत्री तो हैं. अब दो पद खाली हैं. इसमें से एक तो सरकार बनने के समय से ही खाली है. वहीं दूसरा पद बृजमोहन अग्रवाल के इस्तीफे के बाद से खाली हो गई है. अब जो नाम सामने आए हैं उससे दुर्ग और बस्तर संभाग तो बैलेंस हो गया है.

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क्या अब बिलासपुर को मिलेगा वेटेज ?

रही बात बिलासपुर की तो यहां लड़ाई बहुत है. लिहाजा शीर्ष नेतृत्व यहां हाथ नहीं डालना चाह रहा हैं. वैसे भी बिलासपुर से पहले ही डिप्टी सीएम अरुण साव (लोरमी विधानसभा) और सांसद तोखन साहू (बिलासपुर लोकसभा) केंद्रीय राज्य मंत्री हैंं.
सत्ता में तो बिलासपुर की अच्छी खासी हिस्सेदारी हो गई है. ऐसे में अब शीर्ष नेतृत्व दूसरी तरकीब से संतुलन बनाने में लगा है. संभावत: बिलासपुर से अगली हिस्सेदारी संगठन में हो.

उलटफेर भी संभव

सियासी गलियारों में और भी बातें चल रही हैं. जिसमें इन दो खाली पदों को भरने के अलावा उलटफेर भी संभव है. वैसे मंत्रिमंडल के दो पदों के लिए आधा दर्जन नामों की चर्चा हो रही है. इनमें रायपुर से राजेश मूणत, कुरुद के अजय चंद्राकर, बिलासपुर से अमर अग्रवाल, दुर्ग से गजेंद्र यादव और कोंडागांव से लता उसेंडी के नाम आगे हैं. अब इन 6 नामों में से किन्हीं दो पर दांव लग सकता है.

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जुलाई के पहले सप्ताह में शपथ

अब सवाल ये होगा कि यदि अजय और लता को मंत्री पद दिया जाता है तो रायपुर जिला मंत्री विहीन हो सकता है. क्योंकि बृजमोहन यहां से इकलौते मंत्री थे. अब ऐसे में शीर्ष नेतृत्व क्या फैसला लेता है ये देखने वाली बात है. हालांकि खबर है कि जुलाई के पहले सप्ताह तक दो मंत्रियों की नियुक्ति होना तय है.

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