![](https://theshor.com/wp-content/uploads/2024/06/RAHUL-GANDHI-2.jpg)
Rahul Gandhi Resigns: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. राहुल गांधी को दोनों ही सीटों से बंपर जीत मिली. नियम के अनुसार, राहुल गांधी दोनों में से किसी एक ही लोकसभा सीट से सांसद रह सकते हैं. ऐसे में राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ने का फैसला लिया था. इसी फैसले पर अंतिम मुहर के तौर पर राहुल गांधी ने वायनाड के सांसद पद से इस्तीफा दे दिया है. जिनका इस्तीफा प्रोटेम स्पीकर ने भी मंजूर कर लिया है. इतना ही नहीं इंडिया ब्लॉक ने प्रोटेम स्पीकर को लेकर विरोध जताया है.
इसे भी पढ़ें- किसान ने ऐसा छन्नाटेदार थप्पड़ मारा कि जमीन पर गिर पड़े SDM, देखें VIDEO…
बता दें कि 18वीं लोकसभा के शुरुआती सत्र में ही विपक्ष ने अपना विरोध जताया है. विपक्ष का यह विरोध प्रोटेम स्पीकर को लेकर है. लोकसभा के लिए भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब प्रोटेम स्पीकर बनाए गए हैं. कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के सांसदों ने इस पर अपनी आपत्ति दर्ज की है. इंडिया ब्लॉक का कहना है कि यह संसदीय परंपरा के खिलाफ लिया गया निर्णय है. कांग्रेस का कहना है कोडिकुन्निल सुरेश को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाना चाहिए था, उनकी वरिष्ठता नजरअंदाज की गई है.
![](https://theshor.com/wp-content/uploads/2024/06/RAHUL-GANDHI-2-1-1024x576.jpg)
दरअसल, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को 18वीं लोकसभा के लिए प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है. इसपर कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने भी आपत्ति दर्ज की. उन्होंने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार द्वारा यह लोकसभा की परंपरा का उल्लंघन है. लोकसभा में यह परंपरा रही है कि जो सांसद सबसे अधिक बार निर्वाचित होता है, वही प्रोटेम स्पीकर बनता है. के. सुरेश ने कहा कि भर्तृहरि महताब 7वीं बार सांसद चुनकर आए हैं, जबकि वह 8वीं बार सांसद चुने गए हैं.
इसे भी पढ़ें- काम कराना है तो घूस लगेगी ? SDM समेत 4 लोग 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार, जानिए रिश्वतखोरी का पूरा खेल…
कांग्रेस ने भी इस पर अपनी आपत्ति दर्ज की है और इसे संसदीय परंपरा के खिलाफ लिया गया निर्णय कहा. इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल कह चुके हैं कि यह संसदीय मानदंडों को नष्ट करने का एक और प्रयास है, जिसमें भर्तृहरि महताब (सात बार के सांसद) को कोडिकुन्निल सुरेश की जगह प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि कोडिकुन्निल सुरेश अपने आठवें कार्यकाल में प्रवेश करेंगे. यह एक निर्विवाद मानदंड है कि अध्यक्ष के विधिवत चुनाव से पहले सबसे वरिष्ठ सांसद सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता करता है. के. सुरेश समेत लोकसभा के कई अन्य सदस्यों को प्रोटेम स्पीकर की मदद के लिए नियुक्त किया गया है. यह सभी सदस्य लोकसभा सांसदों को शपथ दिलाने में सहयोग करेंगे.