
बीजापुर. प्रदेश में नक्सली लगातार नेताओं की हत्या कर रहे हैं. नक्सलियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है और लगातार कार्रवाई भी करने की बात कही जाती है. हालांकि, पुलिस की कार्रवाई पर ग्रामीणों ने कई बार सवाल खड़ा करते हुए आरोप भी लगाया है कि ग्रामीणों को नक्सली बताकर फर्जी तरीके से गिरफ्तारी की जाती है. अब इसको लेकर सर्व आदिवासी समाज ने बैठक कर अपनी बात सरकार तक पहुंचाने पर चर्चा की है.
इस बैठक के में कर्मचारी वर्ग से लेकर ग्रामीण तक शामिल हुए. बैठक के बाद सर्व आदिवासी समाज के अध्यक्ष जग्गू तेलामी ने कहा, पुलिस नक्सली उन्मूलन के नाम पर आदिवासियों पर कार्रवाई कर रही है. आदिवासी डर के मारे काम पर भी नहीं जा पा रहे हैं. बैठक में फर्जी गिरफ्तारियों पर रोक के अलावा स्थानीय भर्ती, कृषि, रोजगार, सामाजिक क्रान्ति के मुद्दे पर चर्चा हुई.

वहीं बैठक के बाद अन्य पदाधिकारियों का कहना है कि पुलिस अगर नक्सली होने के आरोप में गिरफ्तार करती है तो उससे पहले वह ग्रामीणों के सामने साक्ष्य प्रस्तुत करे. महिलाओं के खिलाफ भी अपराध बढ़ रहा है. इस पर रोक लगाने की जरूरत है. इतना ही नहीं पदाधिकारियों की ये भी कहना है कि क्षेत्र में शांति बहाली होनी चाहिए और साथ ही फर्जी गिरफ्तारी और इनकाउंटर पर भी रोक लगानी चाहिए.