…’तो बेटा नहीं, राजनीति जरूरी’! बिरनपुर हत्याकांड में बेटे की हत्या पर ईश्वर साहू ने की थी न्याय की मांग, गवाही की बारी आई तो कह रहे पार्टी के काम में है व्यस्त

रायपुर. कहते हैं न राजनीति अच्छे से अच्छे इंसान को बदलकर रख देती है. ये कहावत भाजपा विधायक ईश्वर साहू पर बिल्कुल ठीक बैठती है. बिरनपुर हत्याकांड में अपने बेटे भुवनेश्वर साहू को खोने पर किसान ईश्वर साहू ने जांच की मांग कर हत्या के आरोपियों को सजा दिलाने की मांग की थी. इसके लिए ईश्वर साहू ने भाजपा की सीट से साजा विधानसभा से चुनाव भी लड़ा और जीते भी. अब वही पिता बेटे को न्याय दिलाने की बजाय राजनीति में व्यस्त है. कोर्ट के द्वारा 6 बार जमानती वारंट जारी करने के बाद भी कोर्ट गवाही देने नहीं पहुंचे.
राजनीति में भूल गए बेटे की मौत !
बता दें कि ईश्वर साहू ने बिरनपुर हत्याकांड के बाद बीजेपी ज्वाइन कर ली थी. इस दौरान उन्होंने हत्याकांड को लेकर खूब राजनीति की. लोगों के पास जाकर मामले को बार-बार उठाया और उन्हें लोगों की सिंपैथी भी मिली औऱ वे चुनाव जीत गए. लेकिन चुनाव के बाद अब उन्हें बिरनपुर हत्याकांड में बेटे की हुई मौत की याद नहीं आ रही है.

गवाही देने नहीं पहुंच रहे ईश्वर साहू
जानकारी के अनुसार, बेमेतरा कोर्ट में बिरपुर हत्याकांड मामले की सुनवाई हो रही है. लेकिन गवाह हैं कि कोर्ट पहुंच नहीं रहे. यहां तक की भुवनेश्वर साहू के पिता बीजेपी विधायक ईश्वर साहू भी. मामला कोर्ट में पिछले 278 दिनों से है, लेकिन कोर्ट में कोई गवाह नहीं पहुंच रहा है. इतना ही नहीं गवाहों को कोर्ट में हाजिर होने के लिए समन पर समन जारी किया जा रहा है, उसके बाद भी गवाह नदारद हैं.
ईश्वर साहू पार्टी के काम में व्यस्त
जानकारी के अनुसार, 11 जनवरी को पेशी थी. उस दिन भी कोई गवाह पेश नहीं हुआ. लेकिन कोर्ट में एक व्यक्ति के जरिए ईश्वर साहू समेत अन्य गवाहों का आवेदन आया कि विधायक ईश्वर साहू साजा विधानसभा के विधायक होने के कारण पार्टी के आवश्यक कार्यक्रम में 2 दिन से व्यस्त हैं और बाकी गवाह भी कार्यक्रम में कार्यकर्ता के रूप में व्यस्त हैं. जिसकी वजह से वे कोर्ट में पेश नहीं हो पाए, जिसके लिए उन्हें माफ किया जाए.
अब कब होगी सुनवाई
अब इस मामले में कोर्ट ने एक बार फिर कोर्ट ने 9, 10,13 और 14 मई को गवाहों को उपस्थित होने के लिए वारंट जारी किया है. जहां भागीरथी साहू, ईश्वर साहू और गौचरण साहू को गवाही के लिए 9 मई को कोर्ट पहुंचना है.