
दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा ने अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है. भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में किसान, युवा, महिला औऱ गरीब पर फोकस किया है. वहीं अब बीजेपी के घोषणा पत्र सामने आने के बाद कांग्रेस और विपक्षी दलों ने करारा हमला बोला है. कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा के मेनिफोस्टो को ‘जुमला पत्र’ बताया है. कांग्रेस ने भाजपा को घेरते हुए कहा है कि न तो इनके संकल्प पत्र में मंहगाई की बात है, न ही रोजगार की, न ही युवाओं की न ही महिला न्याय की.

भाजपा के मेनिफेस्टो को लेकर राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (X) तीखा हमला बोला है. राहुल गांधी ने लिखा, भाजपा के मेनिफेस्टों और नरेंद्र मोदी के भाषण से दो शब्द गायब हैं – महंगाई और बेरोज़गारी। लोगों के जीवन से जुड़े सबसे अहम मुद्दों पर भाजपा चर्चा तक नहीं करना चाहती। INDIA का प्लान बिलकुल स्पष्ट है – 30 लाख पदों पर भर्ती और हर शिक्षित युवा को 1 लाख की पक्की नौकरी। युवा इस बार मोदी के झांसे में नहीं आने वाला, अब वो कांग्रेस का हाथ मज़बूत कर देश में ‘रोज़गार क्रांति’ लाएगा.
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे ने मेनिफेस्टो को लेकर कहा, न पुरानी गारंटियों की जवाबदेही, केवल खोखले शब्दों की हेराफेरी ! “मोदी की गारंटी” = जुमलों की वारंटी. 14 तारीख़, 14 सवाल — युवाओं के लिए सालाना 2 करोड़ नौकरियों देने का क्या हुआ? किसानों की आय दोगुनी करने का क्या हुआ? किसानों के MSP पर Cost + 50% का क्या हुआ? हर बैंक अकाउंट में 15-15 लाख का क्या हुआ? SC-ST पर 46% व 48% अपराध क्यों बढ़ा? महिला आरक्षण लागू करने व महिला अत्याचार रोकने का क्या हुआ? 100 नई SMART Cities का क्या हुआ?
आगे खड़गे ने पूछा, 2020 तक गंगा सफ़ाई का क्या हुआ? 2022 तक हर परिवार के सर पर छत का क्या हुआ? 2022 तक सबको 24×7 बिजली देने का क्या हुआ? 2022 तक भारत को $5 Trillion अर्थव्यवस्था बनाने का क्या हुआ? “लाल आँख” व “मैं देश नहीं झुकने दूँगा” का क्या हुआ? 2022 तक 40 Cr युवाओं को स्किल ट्रेनिंग का क्या हुआ? पहली बुलेट ट्रेन का क्या हुआ? इसलिए …2024 में पूरा भारत, जुमलेबाजों को हराएगा. केवल INDIA को जिताएगा, न्याय का परचम लहराएगा !
वहीं आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी हमला बोलते हुए कहा, 𝐁𝐉𝐏 के घोषणाप पत्र में कहीं भी नौकरी और रोजगार का ज़िक्र नहीं है. ना ही महंगाई, बेरोजगारी और गरीबी को हटाने अथवा कम करने का ज़िक्र है. 𝐁𝐉𝐏 के घोषणाप पत्र में देश के 𝟔𝟎 फ़ीसदी युवाओं, 𝟖𝟎% किसानों और देश के लगभग 𝟔 लाख 𝟒𝟎 हजार से अधिक गाँवों के लिए कुछ भी नहीं है. पिछड़े और गरीब राज्यों के विकास एवं उत्थान के लिए भी इसमें कुछ नहीं है. जिन राज्यों से लोकसभा के सबसे अधिक सांसद आते है उन राज्यों के विकास के लिये कुछ भी नहीं है. ये अपने 𝐌𝐚𝐧𝐢𝐟𝐞𝐬𝐭𝐨 में नौकरी, रोजगार, युवा, किसान, जवान और गाँव को पूर्णत: भूल गए है.
सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव ने मेनिफोस्टो पर सवाल उठाते हुए कहा, जनता ने जब अपने सनुहरे भविष्य को विकल्प के रूप में चुनते हुए, इंडिया गठबंधन को जिताने व भाजपा को हराने का संकल्प ले ही लिया है, ऐसे में भाजपा का ‘संकल्प पत्र’ किसी काम का नहीं. झूठ और जुमले जिनकी पहचान बन गये हों जनता न उनके संकल्प-पत्र पर विश्वास कर रही है न भविष्य की गारंटी पर. जिन्होंने अपने वादे पिछले दस सालों के राज में पूरे नहीं किये वो भला भविष्य की गारंटी देने की बात कैसे कह सकते हैं. भाजपा में हिम्मत है तो 2014 और 2019 का अपना मैनिफ़ेस्टो निकालकर हिसाब दे कि उन्होंने अपना कौन सा वादा पूरा किया. भाजपा का संकल्प-पत्र ब्रह्मांड में झूठ का रिकॉर्ड तोड़नेवाले जुमलों का दस्तावेज़ भर हैं.