कोविशील्ड को लेकर मचे बवाल के बीच आपके लिए राहत भरी खबर, अगर आपने लगवाई है ये वैक्सीन, तो चिंता की बात नहीं…

ब्रिटेन में कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर मचे बवाल के बीच अब कोवैक्सीन को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी एस्ट्राजेनेका की ओर से ब्रिटेन की कोर्ट में ये स्वीकार किया है कि कोविशील्ड टीके के गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं. इस बीच वैक्सीन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. खासकर इस खबर के सामने आने के बाद से भारत में टीका लगवाने वालों के मन में संशय भी है और डर भी. लोग अब वैक्सीन की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर रहे हैं. हर कोई एक दूसरे से यही पूछ रहा है कि आपने कोविशील्ड लगवाई या कोवैक्सीन.

रिपोट्स के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कोरोना काल में तकरीबन 2 करोड़ लोगों का टीकाकरण हुआ है. भारत में अदार पूनावाला की कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ने कोविशील्ड टीका जल्दी बना लिया था और यह पूरे भारत में शुरू में ही सप्लाई हो गया था. इसलिए छत्तीसगढ़ में भी 70 प्रतिशत से ज्यादा यानी करीब डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोगों ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई थी. छत्तीसगढ़ में इस टीके को ज्यादातर लोगों ने तब इसलिए भी लगवाया था क्योंकि एक तो यह जल्दी आया और दूसरा, काफी अरसे तक भारत और बाहर और हवाई यात्राओं में केवल इसी टीके को मान्यता मिली हुई थी. कोवैक्सीन टीका बाद में आया था. इसे अंतरराष्ट्रीय मान्यता भी कुछ देर से मिली. इस वजह से छत्तीसगढ़ में 25-30 फीसदी यानी करीब 40 से 45 लाख लोगों को ही कोवैक्सीन टीका लगाया गया था.
कोवैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित- भारत बायोटेक
इस बीच कोवैक्सीन बनाने वाली भारतीय की कंपनी भारत बायोटेक ने अपने टीके को लेकर बड़ा खुलासा किया है. कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि कोवैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है. इसके कोई साइड इफेक्ट्स सामने नहीं आए हैं. ये पहली वैक्सीन है जिसका ट्रायल पूरी तरह से भारत में ही हुआ है. इसलिए जिस किसी ने भी ये वैक्सीन लगवाई है उसे शारीरिक रूप से किसी भी दुष्प्रभाव की आशंका नहीं है.